Friends आज के इस पोस्ट में, दुनियां के सबसे बड़े निवेशक (Investor) मिस्टर वारेन
बफे के ऊपर मैरी बफे और डेविड क्लार्क के
द्वारा लिखी
गयी किताब “The Tao Of Warren Buffet” का सारांश (Summary) देखेंगे :-
“The Intelligent Investor & Security Analysis” जैसी बेहतरीन फाइनेंस की किताबें लिख कर मूल्य निवेश (Value Investing)
का सिद्धांत देने वालें मिस्टर बेंजामिन ग्राहम जो कोलम्बिया यूनिवर्सिटी में
प्रोफेसर थे से पढने के लिए मिस्टर वारेन बफे अपना एडमिशन कोलम्बिया यूनिवर्सिटी
में ले लिया था ।
वारेन बफे ने अपने निवेश में मिस्टर बेंजामिन ग्राहम और मिस्टर फिलिप आर्थर फिशर के सिद्धांतों को फॉलो किया हैं । बेंजामिन ग्राहम का Value Investing का सिद्धांत कहता हैं, कि जब कोई कंपनी Under Valued होती हैं, यानी की कंपनी का शेयर जब कम मूल्य पर उपलब्ध होता हैं तो उस कंपनी का शेयर खरीदिये ।वही पर फिलिप आर्थर फिशर का सिद्धांत कहता हैं, कि हमेशा Quality Share ही खरीदों ।
इन दोनों मुख्य सिद्धांतो को पढने के बाद वारेन बफे ने दोनों को मिलाकर,
अपना खुद का सिद्धांत विकसित किया , कि Quality Business को कम मूल्य पर खरीदों । ऐसा करके वारेन बफे ने अपने दोनों गुरुओं
बेंजामिन ग्राहम और फिलिप आर्थर फिशर से कई गुना ज्यादा पैसे कमायें ।
वारेन बफे लोगो को बेंजामिन ग्राहम और फिलिप आर्थर फिशर की किताबें पढने की
हमेशा सलाह देते हैं, इसके अलावा वह कहते हैं, कि कंपनियो की वार्षिक रिपोर्ट को
पढियें । लेकिन एक बात हमेशा याद रखियें की निवेश में कभी भी गणित के समीकरण डालकर
उसे कठिन न बनाइयें ।
वारेन बफे कहते हैं, कि अच्छा और सफल निवेशक बनने के लिए आपको गणित के बड़े
समीकरण आने की आवश्यकता नहीं हैं, यदि आपको गणित की कुछ मूल सिद्धांत जैसे- जोड़ (Addition) घटाना (Subtraction) गुणा (Multiplication) और भाग (Division) और प्रतिशतता (Percentage) तथा लाभ हानि (Profit & Loss) निकलना आता हैं, तो यह बहुत हैं । जैसा की हम जानते हैं, कि वारेन बफे जी
बचपन में न्यूज़ पेपर बेचने जाते थे, वह कहते हैं कि अगर अच्छा इन्वेस्टर बनने के
लिए गणित को जानना जरुरी होता तो मुझे इन्वेस्टिंग छोड़कर वापस न्यूज़ पेपर बेचने के
लिए जाना पड़ता ।
Invest in Long Term (लम्बे समय के लिए निवेश करें)
वारेन बफे बहुत ही लम्बे समय के लिए निवेश करना पसंद करते हैं,
इसके लिए वह ऐसी कंपनियो को ढूंढते
हैं, जिनके अगले 10-15 साल के बिजनेस को
वह Predict कर सकते है । उस कंपनी का शेयर
10-15 साल बाद कहाँ होगा उसका अंदाजा लगाने के लिए वह उस कम्पनी के उत्पाद (Product)
और सेवाओं (Services) पर बहुत ही बारीकी से नजर रखते हैं । जैसे- कोकाकोला पिछले कई दशको से अपने उत्पादो में
छोटे-मोटे परिवर्तन करके वही सामान बेच रही हैं, तो ऐसी कम्पनी जिन्हें अपने उत्पाद
में ज्यादा परिवर्तन करने की जरूरत नही होती हैं, उनकी Research & Development
Cost बहुत ही कम होती हैं और उस पर उन्हें ज्यादा पैसे खर्च नही करने पड़ते हैं ।
क्योकि उनके उत्पाद वही हैं, उसमे ज्यादा परिवर्तन नहीं किया जाता हैं तो उस
उत्पाद के उत्पादन के लिए उसी मशीन का इस्तेमाल होता हैं जिसे उन्हें बार-बार
बदलने की जरुरत नही पड़ती हैं । इस तरह उस कंपनी के खर्चे कम हो जाते हैं, ऐसे
बिसनेस कम पैसे में आगे बढ़ते हैं और उन्हें Grow होने के लिए ज्यादा पैसा नहीं लगता हैं ।
Decision Making (निर्णय लेना) :- निवेश में यह बहुत ही महत्वपूर्ण हैं, जब हम कोई
निर्णय लेते हैं तो कई बार वह गलत भी हो जाता हैं, लेकिन अगर आप गलतियों की डर से
निर्णय लेना ही बंद कर देगे तो आप आगे नही बढ़ पाएंगे । इसलिए आपको हमेशा गलत
निर्णय से सीखते रहना होगा और उससे मिली
सीख आपको सही निर्णय लेने में मदद करेगी ।किसी बिजनेस के Underline Economics अच्छे हैं कि नही ? उसे ईमानदार
लोग चला रहे हैं कि नहीं ? और सबसे महत्वपूर्ण बात यह की वह बिजनेस कम
मूल्य पर उपलब्ध हैं या नहीं ? यह पता करने लिए उस बिजनेस को समझना बहुत जरुरी हैं
।
किसी बिजनेस को समझना मतलब कि वह कंपनी कैसे चलती है ?
उसका बिजनेस और आय का मॉडल (Revenue Model) क्या हैं ?
उस कंपनी के पास कौन सा प्रतिस्पर्धात्मक फायदे (Competitive Advantages) हैं ?
वह कौन सी चीजे हैं जिसका कम्पनी को फायदा हो सकता हैं और कंपनी का मैनेजमेंट कैसा हैं ?
इन जैसे सारी चीजो को समझना, यदि वारेन बफे को कोई भी बिजनेस समझ नही आता
हैं तो वह कभी भी उस कंपनी में निवेश नही करते हैं । उदाहरण के लिए जब अमेरिका में
इन्टनेट और डॉटकॉम क्रांति आई थी तो वारेन बुफे ने उस समय किस भी टेक्नोलॉजी कंपनी
में निवेश नही किया था क्योकि उन्हें उसकी
समझ नही थी ।
एक बिजनेसमैंन को यह अच्छे से पता होता हैं, कि कोई बिजनेस कैसा हैं ? कौन सी कंपनी अपनी प्रतिस्पर्धियों (Competitor) से अच्छा प्रदर्शन
(Perform) करेगी । जिनकी मदद से यह समझने में आसानी होती हैं, कि कंपनी के उत्पाद
और सेवाए कैसा प्रदर्शन करेगी । इसलिए
निवेश करने से पहले और उसे समझने के लिए आपको एक बिजनेस मैन की तरह सोचना होगा ।
इससे ही आपको पता चलेगा की कौन सा शेयर का
अधिमूल्यन (Over Value) हैं और कौन से शेयर का अवमूल्यन (Under Value) हैं । वारेन बफे बचपन से ही
अलग-अलग बिजनेस करते आये हैं, जिससे उन्हें अलग-अलग क्षेत्रों (Sector) की अच्छी
जानकारी और परख हो गई हैं, तभी उन्होंने
अपने बिजनेस और निवेश के कौशल (Investment Skill) का उपयोग करके अच्छी सफलता हासिल की हैं ।
वह कहते हैं, कि आज मैं एक सफल निवेशक हूँ, क्योकि मैं एक बिजनेसमैन हूँ और
मैं आज एक सफल बिजनेसमैन हूँ क्योकि मैं
एक निवेशक हूँ ।
वारेन बफे कभी भी एक साल बाद शेयर बाजार (Stock Market) कहाँ रहेगा और एक साल बाद ब्याज
दर (Interest Rate) क्या होगी के बारें में नहीं सोचते हैं और न ही उस पर अपना समय बर्बाद करते
हैं । वे सिर्फ उच्च गुणवक्ता (Quality) बिजनेस पर ही ध्यान देते हैं और जब उन्हें
उच्च गुणवक्ता के शेयर सस्ते में मिलते
हैं तो वो उन्हें खरीद कर लम्बे समय के लिए होल्ड करते हैं , इसी तरह उन्होंने शेयर
बाजार से अरबो रुपया कमाया हैं । सामान्तया लोग 1 साल बाद शेयर बाजार
कहाँ होगा, ब्याज दर क्या होगी ? आदि पर ध्यान देते हैं और बाजार नीचे चला
जायेगा या बाजार ख़राब चल रहा हैं, इस डर से कई बार वे उच्च गुणवक्ता के शेयर को
बेच देते हैं । उसी समय का वारेन बफे जैसे लोग
इसका इंतजार कर रहे होते हैं कि जब लोग शेयर बेचकर जा रहे होते हैं तो शेयर सस्ते
मिलेगे और वारेन बफे तभी शेयर खरीदते हैं । वे कहते हैं , कि आपको अमीर बनने के
लिए कुछ ऐसे ही अवसरों को ढूँढना होगा ।
वारेन बफे कहते हैं, कि आपको एक सफल शेयर बाजार का निवेशक बनने के लिए
40-50 कंपनियों के शेयर को खरीदने की
जरुरत नही होती हैं । आपको कुछ ही कंपनियो में शेयर खरीदने के बाद, एक नियत समय अन्तराल में अपने निवेश के
फंडामेंटल और ग्रोथ की समीक्षा (Review) करना होता हैं । यदि आप अलग-अलग कई कंपनियो
के शेयर खरीद लेते हैं , तो आप सारी कंपनियो की समीक्षा नहीं कर पाएंगे और उसे ट्रैक
करना आपके लिए मुश्किल बन जायेगा । इसलिए वह कहते हैं की 40-50 स्टॉक खरीदने से
अच्छा कुछ गिने-चुने उच्च गुणवक्ता वाली कंपनियो के ही शेयर खरीदो और यही आपको
अमीर बनाने के लिए काफी हैं । वह कुछ Selected Stock (चुने हुए शेयर) में ही भरोसा करते हैं, ताकी वह उनका समय पर
समीक्षा कर सकें, उनकी ज्यादातर सम्पत्ति
कुछ Selected Stock से ही बनी हैं जैसे की कोकाकोला वाशिंगटन पोस्ट आदि ।
Prices is what you pay and value is what you get
यानी जो आप जो भुगतान करते हैं
वो मूल्य होता हैं और जो आपको मिलता हैं,
वह असली कीमत (Value)होती हैं । आपको यह हमेशा यह ध्यान में रखना चाहिए कि किसी
शेयर कके आप कितना पे कर रहे हैं और उसपर आपको कितना वैल्यू मिल रही हैं । वारेन
बफे कहते हैं, कि हमारा फोकस इस बात पर होना चाहिए की कैसे हम कम पैसे लगाकर
ज्यादा से ज्यादा पैसे बना सकते हैं । इसलिए वारेन बफे को चाहे कोई शेयर खरीदना हो
या एक जोड़ी मोज़े वह हमेशा ज्यादा कीमत की चीजे कम पैसे में खरीदते हैं ।
यदि कोई बिजनेस अच्छा प्रदर्शन कर रहा हैं, तो आज नही तो कल उसके शेयर का
मूल्य जरुर उस बिजनेस को प्रदर्शन को फॉलो करेगा । अगर कंपनी के Fundamental अच्छे हैं और
कम्पनी की Earning में अच्छी Growth हो रही हैं, तो शेयर के मूल्य भी
लम्बे समय में बिजनेस की ग्रोथ को फॉलो करेगा । कम समय में बहुत सारी समस्याएं होती है, इसलिए ज्यादातर कम्पनी के शेयर मूल्य कम्पनी की
ग्रोथ रेट के बराबर आने में थोड़ा सा वक्त लेते हैं ।
आपको हमारी यह पोस्ट कैसी लगी, हमें कमेंट व ईमेल के माध्यम से जरुर बताएं , इसी तरह की और पोस्ट पढने के लिए आप www.kitabtak.com को समय-समय पर विजिट करते रहें, इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें ताकि उन्हें भी इससे लाभ हो, किताब तक पर आने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद ।
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आपका समय शुभ हो,
पढ़ते रहे, बढ़ते रहें......
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